भारत में क्वांटम टेक्नोलॉजी की क्रांति: 100 कॉलेजों को मिलेगा 1-1 करोड़ रुपये, भारत में बनेगा क्वांटम चिप और सेंसर

  • On: November 25, 2025
Follow Us:
भारत में क्वांटम टेक्नोलॉजी की क्रांति, क्वांटम लैब्स, चिप्स और सेंसर का स्वदेशी विकास

क्वांटम टेक्नोलॉजी अब भारत में एक नई क्रांति का रूप ले रही है। भारत सरकार ने इस उभरती हुई तकनीकी क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। हाल ही में, सरकार ने देशभर के 100 कॉलेजों को एक-एक करोड़ रुपये की सहायता देने का ऐलान किया है ताकि वे क्वांटम लैब्स स्थापित कर सकें और छात्रों को क्वांटम टेक्नोलॉजी में उन्नत शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान कर सकें। इसके अलावा, भारत में ही क्वांटम चिप्स और सेंसर के निर्माण के लिए 720 करोड़ रुपये की अत्याधुनिक सुविधाओं का उद्घाटन किया गया है। इस पहल से न केवल भारत की क्वांटम टेक्नोलॉजी में स्थिति मजबूत होगी, बल्कि देश के अनुसंधान और विकास क्षेत्र में भी एक नया अध्याय लिखा जाएगा।

100 कॉलेजों को मिलेगा 1-1 करोड़ रुपये

भारत सरकार ने क्वांटम टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। इसके तहत, डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (DST) देशभर के 100 कॉलेजों को प्रत्येक को 1 करोड़ रुपये की सहायता देगा। इसका उद्देश्य है कि इन कॉलेजों में क्वांटम लैब्स स्थापित की जाएं, जहां छात्र क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम सेंसर और अन्य उन्नत क्वांटम तकनीकों का अध्ययन कर सकें। यह पहल विशेष रूप से उन कॉलेजों के लिए है, जो एआईसीटीई (AICTE) द्वारा मंजूर क्वांटम माइनर प्रोग्राम चला रहे हैं।

Read Also : High Paying Job: बर्फ हटाने के बदले मिल सकते हैं 70 लाख रुपये, जानिए स्नो रिमूवल सर्विस की पूरी जानकारी

प्रोफेसरों को मिलेगा क्वांटम टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग

इस पहल का एक अहम हिस्सा है प्रोफेसरों को क्वांटम टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग देना। अब तक, कई प्रोफेसरों को इस तकनीकी क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जा चुका है और आगे आने वाले समय में और प्रोफेसरों को भी इस क्षेत्र में प्रशिक्षण मिलेगा। सरकार का उद्देश्य यह है कि भारत के हर कॉलेज में क्वांटम से संबंधित शिक्षा का स्तर उच्च हो और छात्र इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक समझ सकें।

720 करोड़ रुपये की नई सुविधाएं

क्वांटम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए सरकार ने 720 करोड़ रुपये की अत्याधुनिक क्वांटम फैब्रिकेशन और कैरेक्टराइजेशन सुविधाओं का उद्घाटन किया है। इनमें से प्रमुख केंद्र IIT बॉम्बे और IISc बेंगलुरु में स्थापित किए गए हैं। इन सुविधाओं का उद्देश्य क्वांटम चिप्स और सेंसर का स्वदेशी निर्माण करना है, ताकि भारत की विदेशी तकनीक पर निर्भरता कम हो सके।

  • IIT बॉम्बे में "Quantum Sensing and Metrology Facility" स्थापित किया गया है, जो क्वांटम सेंसिंग तकनीकों को विकसित करेगा।
  • IISc बेंगलुरु में "Quantum Computing Fabrication Facility" शुरू की गई है, जो सुपरकंडक्टिंग, फोटोनिक और स्पिन क्यूबिट पर आधारित क्वांटम कंप्यूटिंग चिप्स तैयार करेगी।

इसके अलावा, IIT दिल्ली और IIT कानपुर में भी छोटे केंद्र विकसित किए जा रहे हैं, जो क्वांटम रिसर्च को और मजबूत करेंगे।

भारत में बनेगा क्वांटम चिप और सेंसर

इस नई पहल के साथ भारत में क्वांटम चिप्स और सेंसर का स्वदेशी विकास तेज होगा। इन सेंसरों और चिप्स का उपयोग सुरक्षा, तकनीक, और विज्ञान के कई क्षेत्रों में किया जाएगा। क्वांटम कंप्यूटिंग के लिए आवश्यक इन चिप्स का निर्माण भारत में होने से विदेशों पर निर्भरता कम होगी और देश में न केवल क्वांटम टेक्नोलॉजी बल्कि "Made in India" तकनीकी उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा।

सुरक्षा, तकनीक और समाज को मिलेगा लाभ

क्वांटम टेक्नोलॉजी का क्षेत्र केवल विज्ञान और तकनीकी शोध तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके कई व्यावसायिक और सामाजिक लाभ भी होंगे। उदाहरण के लिए, IIT बॉम्बे में स्थापित Quantum Sensing and Metrology Facility से क्वांटम सेंसर्स की नई तकनीकों का विकास होगा, जो सुरक्षा से लेकर चिकित्सा, कृषि और पर्यावरण तक कई क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकती हैं।

IISc बेंगलुरु में तैयार हो रही Quantum Computing Fabrication Facility भविष्य में बड़े क्वांटम कंप्यूटरों के निर्माण का आधार बनेगी, जिससे शोध, गणना, और डेटा प्रोसेसिंग में नई क्रांति आएगी।

आने वाले समय में और भी बदलाव

भारत सरकार की यह पहल सिर्फ एक शुरुआत है। आने वाले समय में और अधिक कॉलेजों को इस योजना में शामिल किया जाएगा, और सरकार क्वांटम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम कर रहे भारतीय शोधकर्ताओं को वापस लाने के लिए भी एक नई योजना लागू करेगी। यह सुनिश्चित करेगा कि भारत के पास अपने शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों की पूरी टीम हो, जो देश में ही क्वांटम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में क्रांति ला सके।

Read Also : Top Degrees: कूड़ा हो जाएगी एमबीए की डिग्री, 2026 में इन कोर्सेस का रहेगा दबदबा

निष्कर्ष

भारत सरकार की यह नई पहल देश में क्वांटम टेक्नोलॉजी के विकास को तेज करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके माध्यम से न केवल देश में क्वांटम शिक्षा का स्तर बढ़ेगा, बल्कि स्वदेशी क्वांटम चिप्स और सेंसर के निर्माण से भारत की तकनीकी और वैज्ञानिक क्षमता भी मजबूत होगी। भारत अब क्वांटम टेक्नोलॉजी में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की ओर अग्रसर है और यह पहल भविष्य में कई नई संभावनाओं को जन्म देगी।

Tags: quantum technology, | India, | quantum labs, | AICTE, | quantum education, | quantum chips, | quantum sensors, | IIT Bombay, | IISc Bengaluru,
Share this post:

0 Comments

No reviews yet.

Leave A Comment

Latest Post