पौधों में डाल दीजिए देसी खाद, तेजी से होगी ग्रोथ… किसान ने बताए फायदे

  • On: December 1, 2025
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देसी खाद के फायदे - पौधों की तेजी से ग्रोथ

अगर आप अपने पौधों का विकास तेजी से चाहते हैं और साथ ही केमिकल युक्त खाद के नुकसान से बचना चाहते हैं, तो देसी (ऑर्गेनिक) खाद का इस्तेमाल करना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। देसी खाद न केवल पौधों की ग्रोथ को तेज करती है, बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता को भी बनाए रखती है। आज हम इस ब्लॉग में आपको बताएंगे कि किस तरह से देसी खाद पौधों के लिए फायदेमंद हो सकती है और किसान इसे कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं।

देसी खाद का इस्तेमाल: क्यों है यह पौधों के लिए फायदेमंद?

खेती में खाद का इस्तेमाल पौधों के विकास और उत्पादन के लिए अत्यंत आवश्यक है। हालांकि, रासायनिक खाद का अत्यधिक इस्तेमाल कई बार नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि इसमें सल्फर, नाइट्रोजन और फास्फोरस जैसे रसायन होते हैं, जो मिट्टी के प्राकृतिक गुणों को बिगाड़ सकते हैं। इसके विपरीत, देसी खाद (ऑर्गेनिक खाद) मिट्टी की संरचना और उर्वरता को बनाए रखते हुए पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है।

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देसी खाद के फायदे:

  • मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी:

देसी खाद में मिट्टी में जीवनदायिनी सूक्ष्म जीवाणु होते हैं, जो मिट्टी की गुणवत्ता और संरचना को बेहतर बनाते हैं। यह मिट्टी में जल धारण क्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे पौधों को अधिक पोषक तत्व मिलते हैं।

  • रासायनिक अवशेष नहीं रहते:

रासायनिक खादों में सल्फर और नाइट्रोजन जैसे तत्व होते हैं, जो लंबे समय में मिट्टी के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। देसी खाद का इस्तेमाल करने से रासायनिक अवशेषों से बचाव होता है, और मिट्टी के प्राकृतिक गुण बरकरार रहते हैं।

  • पौधों की ग्रोथ में तेजी:

देसी खाद से पौधों की जड़ों को मजबूती मिलती है, जिससे उनकी ग्रोथ तेज होती है। किसान इस खाद का उपयोग कर पौधों की स्वस्थ वृद्धि सुनिश्चित कर सकते हैं।

  • मूल्य में सस्ती और आसानी से उपलब्ध:

देसी खाद तैयार करना आसान होता है, और यह बाजार में उपलब्ध रासायनिक खादों की तुलना में सस्ती होती है। इसे घर पर ही तैयार किया जा सकता है, जिससे किसान कम लागत में बेहतर परिणाम पा सकते हैं।

किसान का अनुभव: देसी खाद से हुए लाभ

एग्रीकल्चर इंडिया ने हाल ही में एक किसान का अनुभव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया, जिसमें किसान ने बताया कि उन्होंने इस बार आम के पौधों में देसी खाद का उपयोग किया। किसान के अनुसार, इस खाद का उपयोग करने के बाद, पौधों में तेजी से वृद्धि हुई और फलन में भी सुधार हुआ।

किसान ने बताया कि इस बार आम की फसल पहले से कहीं ज्यादा बेहतर हुई है, क्योंकि देसी खाद ने मिट्टी को पोषक तत्वों से भर दिया था। इसके परिणामस्वरूप, न केवल पौधों का विकास हुआ बल्कि उत्पादन में भी वृद्धि हुई। इस किसान का कहना है कि देसी खाद का इस्तेमाल उन्हें खेती में एक नई दिशा दिखा रहा है, और वे भविष्य में इसका अधिक उपयोग करने की योजना बना रहे हैं।

कैसे बनाएं देसी खाद?

  • गोबर खाद (Cow Dung Manure):

गोबर खाद सबसे लोकप्रिय देसी खाद है, जिसे घर पर आसानी से तैयार किया जा सकता है। गोबर को पानी में मिलाकर खाद तैयार की जाती है, जो पौधों के लिए अत्यधिक फायदेमंद है।

  • पत्ती और हरी घास का खाद:

पत्तियां और हरी घास मिलाकर कंपोस्ट खाद बनाई जा सकती है। यह खाद मिट्टी में उर्वरता बढ़ाने और पौधों की जड़ों को मजबूती देने के लिए आदर्श है।

  • केचुआ खाद (Vermicompost):

केचुआ खाद एक और बेहतरीन देसी खाद है, जिसे केचुएं खाद में डालकर तैयार करते हैं। यह खाद पौधों के लिए अत्यधिक पोषक तत्वों से भरपूर होती है।

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निष्कर्ष:

देसी खाद का इस्तेमाल ना केवल पौधों के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। यदि आप अपनी खेती को प्राकृतिक तरीके से बढ़ावा देना चाहते हैं, तो देसी खाद का उपयोग करने से आपके पौधों की ग्रोथ तेजी से होगी और साथ ही साथ मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहेगी। किसान अब रासायनिक खादों के नुकसान से बचने के लिए देसी खाद का उपयोग कर रहे हैं और इस तकनीक को अपनाकर वे अपनी फसल की उपज बढ़ाने में सफल हो रहे हैं।

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