रोज मोमोज खाने के साइड इफेक्ट्स: वजन, ब्लोटिंग और शुगर स्पाइक्स क्यों बढ़ते हैं

  • On: November 25, 2025
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रोज मोमोज खाने के साइड इफेक्ट्स - ब्लोटिंग, वजन बढ़ना और शुगर स्पाइक्स

आजकल मेट्रो सिटीज में मोमोज सिर्फ एक स्नैक नहीं, बल्कि डेली फूड बन गए हैं। दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, पुणे जैसे शहरों में हर स्ट्रीट कॉर्नर पर आपको मोमोज का स्टॉल मिलेगा। स्टीम्ड, फ्राइड, तंदूरी, पेरि-पेरि, अफगानी… हर तरह के फ्लेवर लोगों की पसंद बन चुके हैं। खासकर ऑफिस जाने वाले और कॉलेज स्टूडेंट्स इन्हें डेली स्नैक के तौर पर खाते हैं। लेकिन जितने टेस्टी मोमोज लगते हैं, उतने ही ये हमारे शरीर के लिए छुपा हुआ खतरा भी बन सकते हैं।

रोज मोमोज खाने के नुकसान

डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अंजना कालिया के अनुसार, रोज मोमोज खाने से शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।

1. ब्लोटिंग और गैस

  • मोमोज ज्यादातर मैदे से बनते हैं, जो पेट में धीरे-धीरे पचता है।

  • इससे पेट भारी महसूस होता है, गैस बनती है और ब्लोटिंग बढ़ जाती है।

  • एसिडिटी जैसी परेशानियां भी आम हो जाती हैं।

2. कब्ज़ (Constipation)

  • मैदा फाइबर में बहुत कम होता है।

  • रोज मोमोज खाने से शरीर को पर्याप्त फाइबर नहीं मिलता, जिससे कब्ज़ की समस्या बढ़ सकती है।

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3. वजन बढ़ना

  • मोमोज में हाई-कैलोरी फिलिंग, ऑयल और सोडियम युक्त सॉस होती है।

  • डेली खाने से कैलोरी ओवरलोड होता है, जिससे धीरे-धीरे वजन बढ़ने लगता है।

4. हार्ट पर असर

  • फ्राइड या प्रोसेस्ड मोमोज में ट्रांस फैट, ओवरकुक्ड ऑयल और प्रोसेस्ड मीट होता है।

  • यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है और ब्लड प्रेशर पर बुरा असर डालता है।

  • लंबे समय तक खाने से हार्ट डिजीज का रिस्क बढ़ सकता है।

5. ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव

  • मोमोज में रिफाइंड कार्ब्स ज्यादा और प्रोटीन कम होता है।

  • इससे शुगर लेवल जल्दी बढ़ता है और फिर अचानक गिरता है।

  • कमजोरी, चक्कर और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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6. इम्यूनिटी कमजोर होना

  • रोजाना मैदा और ऑयली फिलिंग खाने से शरीर को जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स नहीं मिलते।

  • इससे इम्यून सिस्टम कमजोर होता है।

क्या कोई हेल्दी मोमोज विकल्प है?

डॉ. अंजना कालिया के अनुसार, स्टीम्ड मोमोज फ्राइड मोमोज की तुलना में बेहतर हैं क्योंकि इनमें तेल कम होता है। लेकिन डेली रूटीन में इन्हें भी शामिल करना सही नहीं है।

हेल्दी विकल्प:

  • व्हीट मोमोज, मिलेट मोमोज, रागी मोमोज

  • सब्जियों और प्रोटीन से भरपूर फिलिंग

  • कम तेल और हल्की चटनी

ध्यान रखें, चाहे हेल्दी मोमोज हों, इन्हें रोजाना नहीं खाना चाहिए। हफ्ते में 1–2 बार पर्याप्त हैं।

डॉक्टर की सलाह: मोमोज देखें, लेकिन रोज नहीं

  1. डेली रूटीन का हिस्सा न बनाएं।

  2. फ्राइड की जगह स्टीम्ड मोमोज चुनें।

  3. चटनी कम लें।

  4. सूप या सलाद के साथ खाएं।

  5. घर पर बनाते समय:

    • आटा/मिलेट इस्तेमाल करें

    • सब्जियों और प्रोटीन वाली फिलिंग डालें

    • कम तेल उपयोग करें

याद रखें: संतुलित डाइट और मॉडरेशन ही सेहत की कुंजी है।

निष्कर्ष:
मोमोज टेस्टी और क्विक स्नैक हो सकते हैं, लेकिन डेली खाने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। वजन, ब्लोटिंग, हार्ट और शुगर लेवल पर असर पड़ता है। हेल्दी विकल्प चुनें और हफ्ते में 1–2 बार ही मोमोज का मज़ा लें।

 

Tags: Daily Momos Side Effects, | Healthy Momos Alternatives, | Weight Gain and Momos, | Bloating and Gas,
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