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UPI से जुड़ा बड़ा अपडेट: अब रोजाना ₹10 लाख तक का ट्रांजैक्शन, लेकिन बंद होगा ये फीचर

By: Moni Kaira
  • On: September 15, 2025
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NPCI ने UPI ट्रांजेक्शन लिमिट बढ़ाकर ₹10 लाख की, 1 अक्टूबर 2025 से बंद होगा P2P कलेक्ट फीचर

भारत में डिजिटल पेमेंट सिस्टम लगातार मजबूत हो रहा है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI (Unified Payments Interface) से जुड़ा एक बड़ा फैसला लिया है। अब चुनिंदा कैटेगरी जैसे इंश्योरेंस, कैपिटल मार्केट, ट्रैवल बुकिंग, गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस और लोन रिपेमेंट में रोजाना Rs. 10 लाख तक का ट्रांजैक्शन किया जा सकेगा।

इस बदलाव का फायदा उन लोगों को होगा जो बड़े अमाउंट के पेमेंट्स करते हैं। हालांकि, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए NPCI ने 1 अक्टूबर 2025 से P2P (पर्सन टू पर्सन) कलेक्ट फीचर बंद करने का ऐलान भी किया है।


नई लिमिट्स का पूरा विवरण

1. इंश्योरेंस और कैपिटल मार्केट

पहले इंश्योरेंस और कैपिटल मार्केट में एक ट्रांजैक्शन की सीमा Rs. 2 लाख थी, जिसे अब बढ़ाकर Rs. 5 लाख कर दिया गया है। वहीं, रोजाना की लिमिट Rs. 10 लाख तय की गई है।

2. क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट

अब UPI से क्रेडिट कार्ड का बिल Rs. 5 लाख प्रति ट्रांजैक्शन और Rs. 6 लाख रोजाना तक चुकाया जा सकता है। पहले यह सीमा काफी कम थी।

3. ज्वेलरी पेमेंट

ज्वेलरी खरीदने वालों के लिए बड़ी राहत है। यहां एक ट्रांजैक्शन की सीमा Rs. 2 लाख बनी रहेगी, लेकिन रोजाना की लिमिट अब Rs. 6 लाख कर दी गई है।

4. हॉस्पिटल और एजुकेशन

इन दोनों सेक्टर्स में पहले ही Rs. 10 लाख तक की लिमिट तय की जा चुकी है और यह अभी भी जारी रहेगी।

5. सरकारी बॉन्ड और RBI डायरेक्ट प्लेटफॉर्म

यहां भी निवेशक अब रोजाना Rs. 10 लाख तक का पेमेंट कर सकेंगे।

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सुरक्षा पर NPCI का जोर

UPI का इस्तेमाल बढ़ने के साथ ही धोखाधड़ी के मामले भी सामने आए हैं। इसी वजह से NPCI ने P2P कलेक्ट रिक्वेस्ट फीचर बंद करने का फैसला लिया है।

  • अब कोई भी व्यक्ति UPI पर रिक्वेस्ट भेजकर पैसा नहीं मांग पाएगा।

  • पेमेंट सिर्फ QR कोड स्कैन करके या UPI ID डालकर ही किया जा सकेगा।

  • यह कदम फ्रॉड और फर्जी कैशबैक ऑफर्स को रोकने के लिए उठाया गया है।


बैंक अपनी लिमिट तय करेंगे

हालांकि NPCI ने अधिकतम सीमा तय कर दी है, लेकिन हर बैंक अपने रिस्क असेसमेंट के आधार पर इससे कम लिमिट रख सकता है। इसका मतलब है कि आपके बैंक के नियम अलग हो सकते हैं।


एक्सपर्ट्स की राय

फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह बदलाव बिजनेस पेमेंट्स को आसान बना देगा। अब बड़े पेमेंट्स के लिए लोगों को चेक या धीमी बैंकिंग चैनल्स का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।

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FAQs: UPI नई लिमिट से जुड़े सवाल

Q1. अब UPI से रोजाना कितने तक का पेमेंट किया जा सकता है?
अब चुनिंदा कैटेगरी में रोजाना Rs. 10 लाख तक का पेमेंट किया जा सकेगा।

Q2. क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट पर क्या नई लिमिट है?
क्रेडिट कार्ड बिल अब Rs. 5 लाख प्रति ट्रांजैक्शन और Rs. 6 लाख रोजाना तक भरा जा सकता है।

Q3. ज्वेलरी पेमेंट्स में क्या बदलाव हुआ है?
एक ट्रांजैक्शन की लिमिट Rs. 2 लाख ही है, लेकिन रोजाना की सीमा बढ़ाकर Rs. 6 लाख कर दी गई है।

Q4. P2P कलेक्ट फीचर कब बंद होगा?
यह फीचर 1 अक्टूबर 2025 से बंद कर दिया जाएगा।

Q5. क्या P2P (व्यक्ति से व्यक्ति) की लिमिट भी बढ़ी है?
नहीं, P2P की लिमिट पहले जैसी ही है यानी Rs. 1 लाख रोजाना।

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